नौजवान भारत सभा जिला सिरसा के नेता पावेल और अमन ने प्रैस के नाम बयान जारी करते हुए पंजाब के हंबड़ां कत्ल कांड के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष कमेटी का समर्थन करते हुए संघर्ष कर रहे नेताओं को तुरंत रिहा करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि पुलिस को बाल मजदूर के कातिलों पर कार्रवाई करनी चाहिए थी पर पुलिस द्वारा ऐसा न करते हुए कातिलों को बचाने के लिए व पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने हेतु चल रहे संघर्ष को कुचलने के लिए संघर्ष कमेटी के नेताओं पर झूठे पर्चे दर्ज कर जेल में डाल दिया। पुलिस द्वारा कत्ल कांड के दोषियों को सजा देने की बजाए संघर्षरत नेताओं पर ही झूठे केस डाल कर मामला रफा दफा करना एक शर्मनाक करवाई है।
उल्लेखनीय है कि 15 वर्षीय बाल मज़दूर के कत्ल के इंसाफ के लिए लड़ रहे साथी पिछले तीन हफ्ते से जेल में बन्द हैं, जिनमें ग्रामीण और कारखाना मजदूरों के संगठनों सहित नौजवान भारत सभा के कार्यकर्ता भी ग्रिफ्तार हैं। इस मामले को लेकर बनी संघर्ष कमेटी द्वारा दो बार पुलिस थाने के समक्ष धरना प्रदर्शन भी हो चुका है जिसके फलस्वरूप पुलिस प्रशासन ने जनता के समक्ष नेताओं पर से सारे झूठे केस वापस लेने का वादा भी किया था जो अभी तक पूरा नहीं किया गया। पुलिस की इस वादा खिलाफी के विरुद्ध लोगों में लुधियाना पुलिस प्रशासन के खिलाफ भारी गुस्सा है। बयान जारी करते हुए नौजवान भारत सभा सिरसा के नेताओं ने कहा कि यदि जन नेताओं पर डाले पर्चे रदद् करके इन्हें तुरन्त रिहा न किया गया, तो प्रशासन के खिलाफ संघर्ष कमेटी द्वारा चलाये संघर्ष को नौजवान भारत सभा सिरसा पुरजोर समर्थन देते हुए आगे बढ़ाएगी।
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